कभी 3, तो कभी 2… बच्चों की तादाद को लेकर अक्सर हम कई बयान सुनते रहते हैं. आए दिन ऐसे कई बयान सामने आते रहते हैं जहां बच्चों की कितनी तादाद होनी चाहिए यह बताया जाता है. साथ ही इस्लाम धर्म को लेकर बार-बार कहा जाता है कि इनके यहां ज्यादा तादाद में बच्चे पैदा किए जाते हैं. ऐसा ही एक बयान हाल ही में जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने दिया. उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म में महिलाओं से 25-25 बच्चे पैदा कराए जाते हैं.
अब जगद्गुरु का बयान सामने आने के बाद हम इस चीज में नहीं जाते कि बयान सही था या गलत, इस्लाम धर्म पर यह कमेंट सही था या गलत. बल्कि जहां जगद्गुरु ने महिलाओं के 25 बच्चे पैदा करने की बात की है. वहीं, अब हम उस महिला की बात करते हैं जिनके नाम दुनिया में सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करने का रिकॉर्ड है. पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करने का रिकॉर्ड रूस की एक महिला के नाम है. जिन्होंने अपनी जिंदगी में 69 बच्चों को जन्म दिया.
69 बच्चों को दिया जन्म
69 बच्चे पैदा करने वाली महिला की यह कहानी रूस से सामने आई है. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के मुताबिक, रूस के किसान फ्योदर वासिलीयेव की पत्नी ने 69 बच्चों को जन्म दिया था. हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि महिला के पति का नाम तो इतिहास के पन्नों में मिल जाता है. लेकिन, महिला का नाम आज तक कोई नहीं जानता.
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के मुताबिक, एक रिपोर्ट के अनुसार, 1725 से 1765 के बीच, महिला ने 16 बार जुड़वा बच्चों, 7 बार तीन बच्चों, 4 बार चार बच्चों को जन्म दिया. यानी कुल वो 69 बच्चों की मां बनी. यह मामला 27 फरवरी 1782 को मॉस्को में निकोल्स्क मठ ने रिपोर्ट किया था, जिसने हर बच्चे के जन्म का रिकॉर्ड रखा था.
सेंट पीटर्सबर्ग पैनोरामा (1834) में लिखा है, 27 फरवरी 1782 को निकोल्स्की मठ के दर्ज किए गए रिकॉर्ड की लिस्ट मॉस्को पहुंची, जिसमें लिखा था कि शुया जिले का किसान फ्योदर वासिलीयेव, जिसने दो शादियां की थीं, 87 बच्चों का पिता है. पहली पत्नी से उसके 69 बच्चे हुए और दूसरी पत्नी से 18 बच्चों का पिता बना.
कितनी बार हुई प्रेग्नेंट?
अब सवाल उठता है कि अगर महिला ने 69 बार बच्चों को जन्म दिया तो वो कितनी बार प्रेग्नेंट हुई होगी. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के मुताबिक, महिला अपनी पूरी जिंदगी में 27 बार प्रेग्नेंट हुई. बीबीसी ने इसको लेकर एक रिसर्च की और पता लगाया कि महिला ने जिंदगी के कितने साल प्रेग्नेंट होकर गुजारे. बीबीसी के मुताबिक, अगर हम प्रेग्नेंसी की अवधि देखें तो महिला 27 बार प्रेग्नेंट हुई.
16 जुड़वा → 37 हफ्ते
7 तीन बच्चे → 32 हफ्ते
4 चार बच्चे → 30 हफ्ते इसका मतलब हुआ कि महिला कुल अपनी जिंदगी के 18 साल प्रेग्नेंट रही.
कब तक जिंदा रहीं?
जहां हम इस बात के बारे में बात कर रहे हैं कि महिला ने 69 बच्चों को जन्म दिया. वहीं, अब यह जान लेना भी जरूरी है कि इतने बच्चों को जन्म देने के बाद महिला का स्वास्थ्य कैसा था. वो किस उम्र तक जिंदा थीं. मिसेज वासिलीयेव के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है. यहां तक कि उनका असली नाम भी पता नहीं है. कुछ स्रोतों का दावा है कि उनका नाम वैलेन्टिना वासिलीयेव था. कहा जाता है कि वो 76 साल की उम्र तक जिंदा रहीं.
महिलाओं में फर्टिलिटी
बच्चों को पैदा करना आसान काम नहीं है. साथ ही यह जान लेना भी जरूरी है कि महिलाएं एक सीमित उम्र तक ही मां बन सकती हैं. बढ़ती उम्र के साथ मां बनने के लिए उनका शरीर कमजोर होता रहता है. 69 बच्चों को दुनिया में लाने के रास्ते में सिर्फ जन्म देना ही कठिन नहीं है. महिलाओं की बायोलॉजिकल पीरियड भी कम होता जाता है, क्योंकि यह प्रकृति का तरीका है बच्चे को गर्भ में रखना और जन्म देना बहुत ही कठिन काम है और उम्र बढ़ने के साथ यह और भी मुश्किल हो जाता है. वैलेरी बेकर, जो स्टैनफोर्ड स्कूल ऑफ मेडिसिन में (Obstetrics and Gynaecology) की एसोसिएट प्रोफेसर हैं. वो कहती हैं कि प्रकृति खुद सीमाएं तय करना चाहती है. प्रेग्नेंसी महिला के शरीर के लिए सबसे कठिन और मेहनत वाला काम है.
महिलाओं में फर्टिलिटी (उर्वरता) आमतौर पर 15 साल की उम्र से शुरू होती है और 51 साल की उम्र में रुकती है. उम्र बढ़ने पर अंडों की संख्या और गुणवत्ता दोनों घटती हैं. उम्र बढ़ने पर अंडों में दोष या समस्याएं बढ़ती हैं, जिससे गर्भ खुद ही गिर सकता है. इसी के चलते महिलाएं एक उम्र के बाद प्रेग्नेंट होने में कई मुश्किलों का सामना करती हैं. 45 साल की उम्र में गर्भधारण की संभावना सिर्फ 1% रह जाती है. ज़्यादातर महिलाएं 4244 साल के बाद गर्भवती नहीं हो पातीं, लेकिन कभी-कभी देर से गर्भधारण की खबरें मिलती हैं.
एक साथ दिया 10 बच्चों को जन्म
जहां आपने एक ऐसी महिला की कहानी पढ़ी जिसने अपनी जिंदगी में 69 बच्चों को जन्म दिया. वहीं, अब हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी बताते हैं जिन्होंने एक साथ 10 बच्चों को जन्म दिया. जी हां एक साथ 10 बच्चें. आपने सुना होगा कि किसी महिला के जुड़वां बच्चे हुए, किसी के तीन और यहां तक कुछ केस में 4 भी सुना होगा लेकिन साउथ अफ्रीका के प्रिटोरिया की महिला ने एक साथ 10 बच्चों को जन्म दिया.
दक्षिण अफ्रीका की एक महिला ने साल 2021 में 10 बच्चों को जन्म दिया. महिला का नाम गोसियामे तमारा सिथोले है. महिला के पति ने बताया कि उन्हें हैरानी हुई क्योंकि स्कैन में सिर्फ 8 बच्चों का पता चला था. लेकिन, असल में 10 बच्चे पैदा हुए. उनके पति ने बताया, 7 लड़के और तीन लड़कियां पैदा हुईं.
बीबीसी के मुताबिक अभी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड इसकी जांच कर रहा है. इस केस में 5 बच्चों का जन्म प्राकृतिक तरीके से हुआ और 5 बच्चों का जन्म सिजेरियन ऑपरेशन से हुआ. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में फिलहाल अमेरिका में 2009 में एक महिला ने 8 बच्चों को जन्म दिया था. वो, रिकॉर्ड ही दर्ज था. इसके बाद 2021 में ही एक माली की 25 साल की महिला हलिमा सिसे ने 9 बच्चों को जन्म दिया था. अब महिला के 10 बच्चों के जन्म देने की गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड जांच कर रहा है.
कितना होता है मुश्किल
जहां यह बाते जानना काफी दिलचस्प है. वहीं, यह समझना भी जरूरी है कि बच्चों का जन्म देना आसान नहीं होता है. इस आर्टिकल को पढ़ने वाली महिलाएं इस बात को ज्यादा बेहतर तरीके से न सिर्फ समझेंगी बल्कि महसूस भी करेंगी. सिथोले ने बताया कि 10 बच्चों को जन्म देना आसान नहीं था. 37 साल की सिथोले ने 10 बच्चों को एक साथ जन्म देने से पहले ही जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था. वो 2021 में 6 साल के थे.
एक महीने पहले प्रिटोरिया न्यूज से बातचीत में सिथोले ने कहा, शुरुआत में प्रेग्नेंट होना मुश्किल था. मैंने एक स्वस्थ जन्म के लिए प्रार्थना की और कई रातें जागते हुए बिताईं, सोचती रही कि आगे क्या होगा. इतने बच्चे पेट में कैसे समाएंगे? क्या वो जिंदा रह पाएंगे? मैं खुद से यही सवाल करती थी, लेकिन डॉक्टरों ने मुझे हिम्मत दी.
भारत का प्रजनन दर
चलिए अब बात कर लेते हैं कि भारत का प्रजनन दर कितना है. भारत में महिलाएं कितने बच्चों को जन्म देती हैं. 1970 में एक भारतीय महिला 5 बच्चों को जन्म देती थी. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (2019-21) के अनुसार, इस दर में पिछले कुछ सालों में गिरावट आई है, भारत में कुल प्रजनन दर वर्तमान में प्रति महिला 2.0 बच्चे हैं. यानी 5 बच्चों से अब महिलाएं 2 बच्चों को जन्म देती हैं.
1970 का दशक: प्रति महिला औसतन लगभग 5 बच्चे 1997: प्रति महिला 3.3 जन्म 2009: प्रति महिला 2.7 जन्म 2019-21: प्रति महिला 2.0 जन्म 2024: प्रति महिला 2.1 जन्म (कुछ स्रोतों के अनुसार)
UNFPA की 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की कुल प्रजनन दर घटकर प्रति महिला 1.9 जन्म हो गई है, जो 2.1 के मानक से नीचे है. समय के साथ भारत में प्रजनन दर घटता जा रहा है. अब परिवार फैमिली प्लानिंग की तरफ ज्यादा ध्यान दे रहा है और ज्यादातर 2 बच्चों को ही पैदा किया जा रहा है.










