डॉलर के मुकाबले में रुपए में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. वहीं देश जीएसटी रिफॉर्म की चर्चा कर रहा है. अब देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गिरते रुपए पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने साफ कहा है कि इस पर पैनी नजर बनी हुई है. एक्सपोर्ट पर इसका काफी बुरा असर पड़ रहा है और सरकार एवं मिनिस्ट्री इसके प्रभाव को कम करने का प्रयास कर रही है. बता दें कि मौजूदा साल में डॉलर के मुकाबले में रुपए में 3.50 रुपए यानी 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है. कुछ जानकारों की मानें तो पूरे एशिया में डॉलर के मुकाबले में भारतीय रुपया सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली करेंसी बन चुकी है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर इस पर देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्या कहा…
रुपए पर निर्मला सीतारमण का बयान
रुपए में गिरावट के बारे में सीतारमण ने कहा कि हम इस पर नजर रख रहे हैं. घरेलू मुद्रा में गिरावट केवल डॉलर के संदर्भ में है. यह केवल रुपए का मामला नहीं है और दूसरे देशों की करेंसीज भी प्रभावित हैं. निर्यातकों पर अमेरिकी शुल्क के असर और उनके लिए सहायता उपायों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सरकार में इस पर काम जारी है. संबंधित मंत्रालय और विभाग इस पर काम कर रहे हैं. जो निर्यातक 50 प्रतिशत शुल्क से प्रभावित हुए हैं, उनकी सहायता के लिए के लिए काम जारी है.
उन्होंने कहा कि 50 फीसदी शुल्क 27 अगस्त से प्रभाव में आया है. अभी उद्योग ने भी नहीं बताया है कि शुल्क का कितना प्रभाव होगा…. प्रत्येक संबंधित मंत्रालय और विभाग उनसे पूछ रहे हैं कि क्या प्रभाव होगा. उसके आधार पर हम गौर करेंगे. उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने रूस से कच्चा तेल खरीदने को लेकर भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाया है. इससे कुल मिलाकर शुल्क बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया है. इससे झींगा, रत्न एवं आभूषण, कपड़ा समेत अन्य क्षेत्रों पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका है.
4 फीसदी से ज्यादा टूटा रुपया
इंटरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया गिरावट से उबरते हुए तीन पैसे की तेजी के साथ 88.09 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. इससे एक दिन पहले अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यह 88.12 के भाव पर बंद हुआ था. रुपया दो सितंबर को अबतक के सबसे निचले स्तर 88.15 पर बंद हुआ था. खास बात तो ये है कि मौजूदा साल में डॉलर के मुकाबले में रुपए में करीब 3.50 रुपए की गिरावट देखने को मिल चुकी है. पिछले साल आखिरी कारोबारी दिन डॉलर के मुकाबले में रुपया 84.60 के लेवल पर था, जोकि बीते शुक्रवार को 88.09 के लेवल पर आ गया. इसका मतलब है कि रुपए में डॉलर के मुकाबले में 4.12 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है.
चीनी बाजार में पहुंचने का प्रयास
चीन के साथ बढ़ते संबंधों के बारे में सीतारमण ने कहा कि चीनी बाजार तक पहुंच के लिए भारत लगातार प्रयास कर रहा है, बातचीत हो रही है. हम पहले से इस पर काम कर रहे हैं. इसे आगे बढ़ाने की जरूरत है. यह पूरी तरह से व्यापार वार्ता है. इसका प्रेस नोट तीन से कोई लेना-देना नहीं है. प्रेस नोट तीन के तहत भारत ने अप्रैल, 2020 में अपनी एफडीआई नीति में संशोधन किया और चीन सहित भूमि सीमा साझा करने वाले देशों से निवेश के लिए सरकारी मंजूरी अनिवार्य कर दिया, ताकि भारतीय कंपनियों के जबरिया अधिग्रहण से बचा जा सके.