प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रहते देश नई ऊंचाइयां छू रहा है. 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद नरेंद्र मोदी ने लोगों को कई मोर्चों पर राहत दी है. इसी दौरान उन्होंने महिला सशक्तिकरण और रक्षा क्षेत्र में कई ऐसे काम किए हैं जिसे देश लंबे समय तक याद रखेगा.
बात करते हैं मोदी राज में नारी शक्ति की. महिला आज पुरुषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल रही हैं. पीएम मोदी के रहते पूरी दुनिया भारत में ऐसा होता देख रही है. ताजा उदाहरण ऑपरेशन सिंदूर का है. पूरे विश्व ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए सैन्य अभियान की जानकारी देने की कमान एक महिला को दी गई. कर्नल सोफिया कुरैशी को ये जिम्मेदारी सौंपी गई थी और उन्होंने इसे बखूबी निभाया.
मोदी राज में बढ़ी महिला अधिकारियों की संख्या
मोदी राज में महिला अधिकारियों की संख्या में अच्छी खासी वृद्धि हुई है. इसमें 4 गुना बढ़ोतरी हुई है. 2014 में थल सेना, नोसैना और वायुसेना में महिला अधिकारियों की संख्या 3 हजार हुआ करती थी, जो 2025 में 11 हजार को पार गई है.
डिफेंस प्रोडक्शन में रच रहा नए कीर्तिमान
डिफेंस प्रोडक्शन में भी भारत हर रोज नई गाथा लिख रहा है और ये सब संभव हो पाया है पीएम मोदी के मेक इन इंडिया मुहिम के तहत. वित्तीय वर्ष 2024-25 में रक्षा निर्यात बढ़कर 23,622 करोड़ रुपये (लगभग 2.76 बिलियन अमेरिकी डॉलर) के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया. वित्त वर्ष 2023-24 के रक्षा निर्यात के आंकड़ों की तुलना में 2,539 करोड़ रुपये या 12.04 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो कि 21,083 करोड़ रुपये है.
रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों ने वित्त वर्ष 2024-25 में अपने निर्यात में 42.85 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है. यह वैश्विक बाजार में भारतीय उत्पादों की बढ़ती स्वीकार्यता और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का हिस्सा बनने की भारतीय रक्षा उद्योग की क्षमता को दर्शाता है.
भारत बड़े पैमाने पर आयात पर निर्भर सैन्य बल से विकसित होकर आत्मनिर्भरता और स्वदेशी उत्पादन पर अधिक ध्यान केंद्रित करने वाला बन गया है. 2014-15 में भारत का डिफेंस प्रोडक्शन जो 46 हजार 429 करोड़ हुआ करता था वो 2023-24 में 1 लाख 27 हजार 265 करोड़ गया था. यानी कि इसमें 174 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.










